Ans. The system which is used to cool the engine is called cooling system. This is mainly of two types.
1. Air Cooling
2. Water Cooling
(जिस सिस्टम का प्रयोग इंजन को ठंडा करने के लिए करते हैं उसे कूलिंग सिस्टम कहते हैं। यह मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है।
1. एयर कूलिंग -वायु शीतलन
2. वाटर कूलिंग -जल शीतलन )
Q.2. Why tuning of cooling system is necessary? (कूलिंग सिस्टम की ट्यूनिंग क्यों जरूरी है?)
Ans. An efficient cooling system keeps the engine protected. Rise in temperature after certain limit may causes overheating of engine which changes its performance. Components of engine will get distorted and reduce it life.
(एक प्रभावी शीतलन प्रणाली-कूलिंग सिस्टम इंजन को सुरक्षित रखता है। इंजन के तापमान में निश्चित सीमा से ऊपर बढ़ोतरी इंजन की ओवेरहीटिंग का कारण बन सकती है जिससे इंजन का प्रदर्शन बदल जाएगा। इंजन के भाग विकृत(खराब) हो जाएंगे और इनकी उम्र कम हो जाएगी।)
Q.3. What are the parts of cooling system? (कूलिंग सिस्टम के भाग क्या हैं?)
Ans. Cooling system includes water jacket, thermostat valve, water pump, radiator, radiator cap, cooling fan (electric or belt driven), hose pipes, heater core, overflow tank.
(कूलिंग सिस्टम में वाटर जैकेट, थर्मोस्टेट वाल्व, वाटर पंप, रेडिएटर, रेडियेटर कैप, कूलिंग फैन(इलेक्ट्रिक या बेल्ट द्वारा चलित), होज़ पाइप, हीटर कोर, ओवरफ़्लो टैंक आदि आते हैं।)
Q.4. What are the steps involved in tuning of cooling system? (कूलिंग सिस्टम की ट्यूनिंग में कौन-कौन से चरण सम्मिलित होते हैं ?)
Ans. (i). Checking of water circulation(पानी के circulation की जांच)
(ii). Checking of coolant leakage(कूलैन्ट लीकेज की जांच)
(iii). Setting of cooling fan belt tension(कूलिंग फैन बेल्ट टेंशन(तनाव) की सेटिंग)
Q.5. How circulation of water is checked in cooling system? (कूलिंग सिस्टम में पानी के घुमाव की जांच कैसे की जाती है?)
Ans.
- At first, switch off the ignition switch of vehicle.
- Now turn the upper radiator cap slowly and allow the stem/water vapors to release from the radiator.
- Remove the cap from the radiator.
- Connect the battery terminal and switch on the ignition.
- Run the engine at idle speed and inspect the circulation of water in the radiator.
- If the rate of inlet is equal to rate of outlet of coolant.
- This shows healthy running of cooling system.
- सबसे पहले, वाहन का इग्निशन स्विच ऑफ करें।
- तब बैटरी से नेगेटिव टर्मिनल को हटाएं।
- अब धीरे से रेडियेटर कैप को घुमाएं और पानी के वाष्प कणों को रेडियेटर से निकल लेने दें।
- रेडिएटर के कैप को हटाएं।
- बैटरी टर्मिनल को जोड़ें और इग्निशन के स्विच को ऑन करें।
- इंजन को आइडल स्पीड पर चलाएं और रेडियेटर में पानी के सर्कुलेशन की जांच करें।
- यदि इनलेट के पानी की मात्रा और आउट्लेट के पानी की मात्रा की दर एक समान है तो कूलिंग सिस्टम का बेहतर होना दर्शाता है।)
Q.6. How leakage of coolant is checked? (कूलेंट की लीकेज कैसे जाँची जाती है?)
Ans.
- Inspect Coolant tank and its connections
- Inspect radiator hose clips for looseness and if notice leakage tighten the clips.
- Also check hose pipe for distortion.
- Inspect radiator cap, neck and radiator core for coolant leakage.
- Inspect for torn thermostat housing gasket for leakage.
- Inspect for water pumps seal and gasket for leakage of coolant.
( कूलैंट लीकेज की जांच :-
- कूलेंट टैंक और इसके कनेक्शन की जांच करें ।
- रेडियेटर होज़ क्लिप की ढीलेपन के लिए जांच करें और यदि लीकेज पाई जाए तो क्लिप को कस दें।
- होज़ पाइप की विकृति की जांच करें।
- रेडियेटर कैप, नेक और रेडियेटर कोर की कूलेंट लीकेज के लिए जांच करें।
- फटे हुए थर्मोस्टेट हाउज़िंग के गैसकेट की लीकेज के लिए जांच करें।
- पानी के पंप की सील एवं गैसकेट की भी कूलेन्ट लीकेज के लिए जांच करें।
Q.7. How often the coolant should be checked? (कूलेंट को कितने समय में जांचा जाना चाहिए?)
Ans. Coolant must be checked once in a fortnight. (कूलेंट को हर पंद्रह दिन में एक बार आवश्यक रूप से जांचा जाना चाहिए।)
Q.8. Describe the procedure of setting of cooling fan belt tension.( कूलिंग फैन बेल्ट की टेंशन को सेट करने की विधि का वर्णन करो।)
Ans.
- First of all park the vehicle on surface ground.
- Open the bonnet and support it with lever.
- Now, Inspect belt for cracks, cut deformation, wear and cleanliness. If necessary, change the belt.
- Check belt tension as 6-7 mm as deflection.
- To adjust the belt to tight or loose, change the position of the alternator.
- Tighten belt adjusting bolt ad alternator pivot bolt.
- सबसे पहले वाहन को समतल पर खड़ा करें।
- बोनट को खोलें और इसे लीवर से अटकाएं।
- अब बेल्ट की दरारों, कटे होने की, घिसावट एवं साफ होने की जांच करें। यदि आवश्यक हो तो बेल्ट बदल दें।
- बेल्ट की टेंशन में झुकाव 6 से 7 mm होने की जांच करें।
- बेल्ट को ढीला एवं कसे हुए के लिए एडजस्ट करने के लिए आल्टरनेटर की स्थिति को बदलें।
- अंत में एडजसटिंग बोल्ट और ऑल्टरनेटर के पाईवोट बोल्ट को कस दें।
)
Q. Fill in the blanks
1. ____________is used for cooling the vehicle.
(____का प्रयोग वाहन को ठंडा करने के लिए किया जाता है।)
2. Normal temperature of engine is in the range of _____and _____.
(इंजन का तापमान ____और ____की रेंज में होता है।)
3. Percentage of heat removed by cooling system is _____%
(कूलिंग सिस्टम द्वारा हटाई गई ऊष्मा ____प्रतिशत है।)
Ans. 1. Coolant (कूलैंट)
2. 75, 80
3. 30
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