Retail Level01-U3-S3-Organisation Standards

 

 

Standards of staff appearance in Retail ()

एक संगठन मे सभी ऑफीसर और स्टाफ की यह व्यक्तिगत ज़िम्मेवारी होती है कि संगठन का स्टैंडर्ड बना के रखा जाए. मॅनेजर और सूपरवाइज़र इस बात के लिए ज़िम्मेवार होते ह कि अगर कहीं कमी ह तो वे उचित निर्देश दें.

 स्टाफ का अच्छा  ड्रेसिंग स्टैंडर्ड एक संगठन को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है जैसे संगठन के ब्रांड नाम के साथ स्टाफ की उपस्थिति, कर्मचारी की ड्रेस से उसके जॉब रोल का पता चलना, संगठन की पहचान बनना, तथा सुरक्षा की दृष्टि से इत्यादि.

ओवरॉल दिखावा :- रीटेल स्टाफ को अपना स्टैंडर्ड बना के रखना चाहिए, जैसा ड्रेस उनके लिए सेट किया गया है.

ड्रेस कोड :- कर्मचारियों का ड्रेस कोड एक ही होना चाहिए चाहे वो किसी उमर, धर्म, या लिंग या संस्कृति के हो.

Hair ( बाल) :- बाल अच्छे से बँधे या कलर किए हुए होने चाहिए. कर्मचारियो को अप्रात्रिक रंग के प्रयोग से बचना चाहिए.

कंपनी लोगो लगा हुआ पहचान पत्र (Identity card) :- ID card मे नामे, फोटो, जॉब टाइटल और उसका पद होता है.

Body Language ( शारीरिक भाषा) :- स्टाफ की बॉडी लॅंग्वेज अच्छी होनी चाहिए जिससे सामने वाले पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.

Cosmetics :- मेक अप बिल्कुल सिंपल और सौबर होना चाहिए.

Tattoos (टॅटूस) :- शरीर पर बने हुए टॅटू हमेशा ढक के रखने चाहिए

 

पुरुष स्टाफ द्वारा रखे जाने वाली सावधानियाँ :- रीटेल स्टोर के पूरे स्टाफ को अपने व्यवहार और दिखावे का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

·       निर्धारित  यूनिफॉर्म बिल्कुल सॉफ और स्वच्छ होनी चाहिए.

·       बाल छोटे और कटे हुए होने चाहिए

·       दाढ़ी अच्छे से बनी हुई होनी चाहिए

·       नाख़ून अच्छे से कटे हुए हो.

·       ब्रेस्लेट और इयरिंग नही डालने चाहिए

महिला स्टाफ द्वारा रखे जाने वाली सावधानियाँ :-

·       काम के समय मे लंबे बालों को बाँध के रखना चाहिए

·       बालो पे कोई फूल नही लगान चाहिए

·       हल्का मेक अप प्रयोग करना चाहिए.

·       गहरे रंग के नेल पेंट नही लगाने चाहिए तथा ज़्यादा लंबे नाख़ून नही रखने चाहिए.

·       ज़्यादा भारी जेवर नही डालनी चाहिए

·       लटकने वाले, आवाज़ करने वाले इयरिंग्स, चूड़ियाँ, या पंजेब नही डालनी चाहिए.

Behaviour in the organisation (संगठन मे व्यवहार) :-

एक संतुष्ट ग्राहक रीटेल स्टोर को कई वर्षों तक लाभ प्रदान करता है- वस्तुओं की खुद खरीददारी करके तथा दूसरे ग्राहकों को स्टोर के बारे मे बताकर.

Dealing with Customers (ग्राहकों से डील करना) :-

जैसा की हम जानते है कि ग्राहक बाज़ार का राजा होता है, इसलिए प्रत्येक कर्मचारी को ग्राहकों के साथ बहुत अच्छे से पेश आना चाहिए. इसके लिए कुछ दिशा निर्देश निम्न हैं :-

·        प्रत्येक सेल्स मैन को ग्राहक से अच्छे से मिलना और बात करनी चाहिए.

·        हर एक से आदर और सम्मान से बात करनी चाहिए.

·        स्टाफ को बाज़ार मे होने वाले बदलाव, नये रिवाजों, ग्राहकों के स्वाद और आदतों के बारे में पता होना चाहिए.

·        स्टाफ को ग्राहकों की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और वस्तुओं का Demo  आदर सहित देना चाहिए.

·        सेल्समैन कम मात्रा मे ग्राहकों और अधिक ग्राहकों दोनो से बात करने मे सुविधा जनक होना चाहिए.

 

Dealing with Colleagues (सहकर्मियों से बरताव) :- अपने सहकर्मियों से हमेशा अच्छे से पेश आना चाहिए जिससे आपस मे संबंध मजबूत होते हैं.

एक सेल्समैन को अपने सहकर्मियो से बड़े विनम्र तरीके से पेश आना चाहिए.

एक दूसरे के उपर प्रतिस्पर्धा करना अच्छी बात न्ही है.

सहकर्मियो से ग़लतफहमी ना होने दें.

सहकर्मियों की प्रशंसा करने किस कोशिश करनी चाहिए.

प्रतिस्पर्धा को व्यक्तिगत ना लेकर इसे पॉज़िटिव लेना चाहिए.

 

Dealing with Seniors (वरिष्ठ अधिकारियों से बरताव)

अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छा बर्ताव भी बहुत महत्वपूर्ण है. इससे अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच संबंध मजबूत होते हैं. अगला उच्च अधिकारी कर्मचारी का बॉस होता है.

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