ZERO
UNIT LEVEL 4
Q. 1. Axle क्या है ? इसके प्रकार बताएं |
Ans. Axle एक central
shaft है जो wheels को rotate करने, wheels को support करने , vehicle के weight को support करने के लिए प्रयोग होती है |
Types :- (i) Live Axle
(ii) Dead Axle
उपर बताए गए दोनों में से यदि कोई अगले पहियों में हुआ तो Front Axle और पिछले में हुआ तो Rear
Axle होगा |
Q.2. Gear Box
मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते है ? और इसका
मुख्य कार्य क्या है?
Ans. Gear Box का मुख्य कार्य speed और torque की जर्य्रत के अनुसार वाहन को गियर रेशो उपलब्द करवाना है |
यह Mainly Three types के होते है :-
(i)
Constant
Mesh Gearbox(कॉन्स्टेन्ट मैश गियर बॉक्स)
(ii)
Sliding
Mesh Gearbox (स्लाइडिंग मैश गियर बॉक्स)
(iii)
Synchromesh
Gearbox (साईंक्रोमेश गियर बॉक्स)
Q. 3. Fuel Supply System के मुख्य प्रकार बताएं |
Ans. Fuel tank
से fuel
को engine
cylinder तक पहुँचाने के लिए जिस
सिस्टम का प्रयोग करते हैं उसे फ्यूल सप्लाई सिस्टम कहते हैं :-
(i)
Gravity
System
(ii)
Force
Feed System
Q. 4. Engine Capacity या CC से क्या
अभिप्राय है ?
Ans. हम जानते हैं की जब पिस्टन TDC से BDC तक जितना volume तय करता है उसे swept volume ( स्वेपट
वाल्यूम ) या displacement
volume ( डिस्प्लेसमेंट वाल्यूम ) कहते हैं |
यदि इंजन में
कुल सिलेंडरो के स्वैपट वाल्यूम (Swept Volume) को आपस में जोड़ दे तो उसे Engine Capacity कहा जाता है |
इसे कभी - कभी Cubic
Capacity भी कहते हैं |
यह CC इसके पीछे लिखने का कारण इसकी यूनिट है –
जो कि Cubic Centimeter (cm3) है |
नोट :- कई बार
कुछ गाडियों के पीछे 1.OL
या 1.2L
आदि लिखा होता है, इससे अभिप्राय भी Engine Capacity से है जो की लीटर में दी होती है |
1 Litre (1.0L) = 1000 cm3 (1000cc)
Q. 5. Tuning से क्या अभिप्राय है ?
Ans. इंजन के सभी सिस्टमों की Final और finest adjustment करने को tuning कहते है, जिससे की उसके सभी सिस्टम में originality बनी रहे |
इंजन के जिस सिस्टम की Tuning होती है, वे हैं :-
(i)
Fuel
Supply System
(ii)
Ignition
System
(iii)
Cooling
System
(iv)
Lubrication
System
(v) Mechanical System
Q. 6. Engine में Coolant का
क्या कार्य है ?
Ans. Coolant एक ऐसा chemical है जिसका प्रयोग water cooling system में water का boiling temperature बढाने के लिए प्रयोग किया जाता है, इसके आलावा इसके दो और
कार्य है :-
(i ) Anti Rust :- यह Engine बॉडी को जंग लगने से बचाता है |
(ii ) Anti – Freeze :-
यह अत्यधिक ठंडे स्थानों पर
पानी को जमने से
रोकता है |
-
Coolant
को आम तौर पर लगभग 50,000 किलोमीटर या 2 साल बाद बदल
देना चाहिए |
Q. 7. Tyre के puncture को repair (
रिपेयर ) करने के कौन-कौन से तरीके हैं?
Ans. (i) Hot Patch Method
(ii) Cold Patch Method
Q. 8. Brakes की Air bleeding क्या होती है ?
Ans. Hydraulic Braking System में से air bubbles को बाहर निकलने की process को Air Bleeding कहते हैं|
Q. 9. Viscosity और Viscosity index
क्या है ?
Ans. किसी तरल पदार्थ (liquid) के बहने के
प्रतिरोध को विस्कोसिटी (Viscosity)
कहते हैं |
Viscosity Index :- किसी तरल
पदार्थ में तापमान के कारण हुए viscosity में परिवर्तन को Viscosity Index कहते हैं |
Q.10. Spark Plug को open करने के लिए किस size के socket spanner की need होती है?
Ans. इसके लिए 16mm ( सामान्य रूप से ) या 21mm (कभी कभी पुराने व्हीकल में) के size के socket spanner की जरूरत होती है |
Q. 11. Firing Order (फायरिंग आर्डर) क्या है ?
Ans. Engine
Cylinder में जिस sequence ( सिक्वेंस अर्थात क्रम ) से Fuel का combustion होता है, उसे Firing
Order कहते हैं |
Q.12.
Multigrade और Monograde (मोनोग्रेड) लुब्रिकेटिंग ऑयल क्या होता है ?
Ans. Mono से अभिप्राय single से है – अर्थात
जिस lubricating में एक ही ग्रेड हो उसे Monograde कहते हैं |
जैसे की SAE 80, SAE 90,
Multi से अभिप्राय एक
से अधिक से है जिसमें एक ही lubricant से season के के अनुसार एक से अधिक ग्रेड का काम लिया जाए तो उसे Multigrade लुब्रिकेटिंग ऑयल कहते हैं|
For example :- 20 W40
इसमें दो Viscosity grade है, 20 grades winter
के लिए और उसी lubricant से 40 की Viscosity summer में मिलेगी | यह lubricating में additive mix करने से होता है |
Q. 13 Sprung Weight और Unsprung Weight से क्या अभिप्राय है ?
Ans. Sprung Weight :- Vehicle के उन सभी components
का weight
जो suspension
system द्वारा support होते हैं उसे sprung
weight कहते हैं |
Unsprung Weight :- Vehicle के उन components का weight जिन्हें suspension system द्वारा support नहीं किया जाता हैं, उसे हम unsprung weight कहते हैं जैसे की - Brakes, Wheels etc.
Q. 14.
Master Cylinder और Wheel Cylinder से क्या अभिप्राय है ?
Ans. Master Cylinder (मास्टर सिलेंडर ) :- यह Hydraulic
Braking System में चारों पहियों का Hydraulic fluid (जिसे brake oil कहते हैं ) सप्लाई करने वाला मुख्य सिलेंडर है जो की Engine Hood में brake booster पर फिट किया होता है | यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं :-
(i)
Single
master cylinder.
(ii)
Tandem
master cylinder
Wheel Cylinder ( व्हील सिलेंडर ) :- यह सभी पहियों पर फिट होने वाला एक ऐसा सिलेंडर जो Master Cylinder के pressure से fluid आने पर अपने पिस्टन से brake shoe को expand कर brake apply करता है |
Q. 15. Motor Cycle की driving chain को कैसे
wash करना
चाहिए ?
Ans. इसे diesel में wash करना चाहिए |
Q. 16. Speedometer, Odometer, और RPM क्या है ?
Ans. Speedometer
:- Speedometer एक ऐसी device या instrument है जो हमें vehicle की speed के बारें में बताती है |
Odometer
:- Odometer एक ऐसी device या instrument है जो हमें vehicle द्वारा अब तय
की गयी दूरी प्रदर्शित करती है |
RPM :- इससे अभिप्राय है - Revolution
Per Minute अर्थात प्रति मिनट चक्कर | इंजन
की क्रैंकशाफ्ट द्वारा प्रति मिनट तय किए गए चक्करों को RPM कहते हैं |
Q. 17. Bike के air filter और Cars के air filter की cleaning में
क्या difference है?
Ans. Bike का air filter साफ़ करते समय उसे पेट्रोल से wash करके साफ़ करते हैं, और अंत में फिट करने से पहले हल्का lubricating oil लगा देते हैं जिससे की हवा में आने वाले धुल और मिटटी के कण air filter पर ही चिपक जाएँ |
लेकिन Cars में air filter को low air pressure के साथ clean करके refit किया जाता है | यदि यह काफी काला हो
जाये तोह इसे बदल दिया जाता है |
Q. 18. Thermostat (थर्मोस्टेट) वाल्व का क्या function (कार्य) है ?
Ans. यह एक ऐसी device है जिसका प्रयोग water cooling system में engine के temperature को control
करने के लिए किया जाता है, अर्थात यह engine का optimum
temperature बनाये रखता है |
Q. 19. Engine Timing क्या है ? यह क्यों जरूरी है ? इसे कैसे चैक किया जाता है ?
Ans.
Engine में value की स्ट्रोक के अनुसार opening और closing को engine timing या Valve
timing कहा जाता है |
-
Engine
की smooth
working और सही समय गैसों के बाहर
जाने के लिए यह necessary
हो जाता है की Inlet (इनलेट) एंव Exhaust (एग्जास्ट)
वाल्व सही समय पर खुलें एंव बंद हो |
-
इसे चैक करने
के लिए जिस instrument का प्रयोग करते
हैं, उसे Stroboscope या timing light कहते हैं |
Q.20. Alternator, Distributor, Ignition coil का क्या कार्य है ?
Ans. Alternator (अल्टरनेटर) :- यह एक ऐसी device है जिसका मुख्य
कार्य इंजन से ड्राइव (drive)
लेकर बैटरी को चार्ज करना और
चलते वाहन के समय सभी Electrical load को सहन करना है |
Distributor ( डिस्ट्रीब्यूटर ) :- Distributor का मतलब है बांटने वाला | यह हाई वोल्टेज करंट को एक से अधिक सिलेंडर में
फिरिंग आर्डर के अनुसार अलग अलग सिलेंडरों में भेजता है जिससे समय पर स्ट्रोक
अनुसार फ्यूल कम्बष्ण हो सके |
Ignition Coil ( इग्निशन क्वायल ) :- इसका मुख्य कार्य low voltage current (12v) को high voltage
current ( 20000 से 22,000 तक ) बदलना है
|
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