Retail Level02/U1/S4/CATEGORIZED RETAILERS

  


# WAYS TO CATEGORIZED RETAILERS (बाजार के आधार पर केंद्रित सेवा के आधार पर )

Ans. (A) Based on Focus on Market Places Served :

1. MASS MARKET (मास मार्केट) :- मास मार्केट अंत में उपभोक्ताओ की एक महत्त्वपूर्ण  संख्या  के लिए बडे पैमाने पर उत्पादित माल के लिए एक बाजार को संदर्भित करता है

2.  SPECIALTY MARKET (स्पेशलिटी मार्केट) :-

3. EXCLUSIVE MARKET (अनन्य बाजार) :- एक अनन्य बाजार उत्पादों का एक बाजार है जो बहुत कम उपभोग्त्ताओ को सक्रियता के कारण प्रीमियम का भुगतान करने की तलाश करेगा और बाजार में नवीनतम होगा  

(B) BASED ON PRODUCT OFFERING (उत्पाद की पेशकश के आधार पर) :

1. GENERAL MERCHANDISER (जनरल मेर्चंडाइज़र) : इसमें विभिन्न प्रकार के आइटम समूह हैं

2. MULTIPLE LINES SPECIELTY MERCHANDISERS : इसमें वग्रीकृत किए गए रिटेलर्स उत्पादों की एक छोटी संख्या को साझा करते है

3. SINGLE LINES SPECIALLIZED MERCHANDISERS : कुछ आपुर्तिकर्ता अपने प्रचार को केवल एक उत्पादन तक सीमित रखते हैं

 

1. DISCOUNT PRICING (छूट  मूल्य) : खुदरा विक्रेता छुट मूल्य पर सामान बेचता हैं

2. COMPETITIVE PRICING (प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण) : खुदरा वक्रेता प्रतिस्पर्धी मूल्य पर सामान बेचता    

      है

3. FULL PRICE PRICING (पूर्ण मूल्य निर्धारण) : खुदरा वक्रेती पूर्ण मूल्य पर माल बेचता है

MRP -MAXIMUM RETAIL PRICE

 

 

 

(D) BASED ON PROMOTION FOCUS :-

1. ADVERTISING (विज्ञापन)

2. DIRECT MAIL (डायरेक्ट मेल)

3. PERSONAL SELLING (पर्सनल सेलिंग)

(E) BASED ON DISTRIBUTION METHODS (वितरण पद्धति पर आधारित)

1. STORE – BASED SELLER (स्टोर आधारित विक्रेता)

(A) STAND – ALONE :  केवल एक दुकान स्थित है

(B) SHOPPING AREA (खरीदारी की जगह) :  यह शहर का बाजार हैं जहां कई स्टोर स्थित है

(C) STRIP – SHOPPING CENTER : दो से अधिक स्टोर है और दोनों की साझा पार्किंग है

2. NON – STORE SELLER (नॉँनस्टोर सेलर) :

(A) ONLINE SELLER (ऑनलाइन सेलर) : AMAZON जैसी WEBSITE से सामान बेचे

(B) DIRECT MARKETERS : ग्राहक को फ़ोन पर या E – mail के जरिए माल बेचना

(C) VENDING MACHINE : यह एक ऐशी मशीन है जिसमे सिक्का डालने पर product अपने आप बाहर   जाता है

 

(F) BASED ON SPORT LEVEL :

1. SELF – SERVICE (स्वयं सेवा) :  ग्राहक ने स्वयं अपनी इच्छानुसार सभी वस्तुओं को एकत्र किया है

2. ASSORTED – SERVICE (मिश्रित सेवा) :  ग्राहक और बिक्री सहयोगी दोनों उन सभी वस्तुओं को इकटठा करेंगे जो ग्राहक चाहते है

3. FULL – SERVICE (पूर्ण सेवा) : बिक्री सहयोगी उन सभी वस्तुओं को इकटठा करेगा जो ग्राहक चाहते है  

(G) BASED ON OWNERSHIP STRUCTURE (स्वामित्व संरचना के आधार पर)

1. INDIVIDUALLY OWNER (व्यक्तिगत रूप से मालिक) : ऐसा स्टोर जहां केवल एक मालिक है  

2. CORPORATE CHAIN (कार्पोरेटर श्रृंखला) : जहां एक नाम से कई स्टोर खुले होते है   जैसेBATA, VISHAL MEGA MART  

3. CORPORATE STRUCTURE (कॉर्पोरेट संरचना) : कॉर्पोरेट संरचना कंपनी के अंदर विभिन्न विभागों या व्यवसायिक इकइयो के संगठन को सदभ्रीत करती है  

# KEY ISSUES FACED BY THE RETAILERS (रिटेलर को किन प्रमुख मुद्दों का सामना करना पड़ता है )

Ans.

1. CUSTOMER SATISFACTION (ग्राहक संतुष्टि)

2. ABILITY TO FIND THE RIGHT PRODUCTS (सही उत्पादों को खोजने की मता)

3. PRODUCT PRESENTATION (उत्पाद प्रस्तुति)

4. TRAFFIC – BUILDING (ग्राहक कसे बढ़ाए)

5. LOCATION OF STORE (दुकान का स्थान)

TECHNOLOGY के साथ गति बनाए रखना

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